मुख्य बिंदु:
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सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब सरकार की पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाइयों की निंदा की।
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पत्रकारों के घरों पर पुलिस के दौरे ने आक्रोश फैलाया।
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बादल ने उत्पीड़न का सामना कर रहे पत्रकारों का समर्थन किया।
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सरकार को उत्पीड़न के बजाय शासन पर ध्यान देना चाहिए।
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल (SAD) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए कड़ी आलोचना की। उन्होंने पत्रकारों के घरों पर पुलिस के दौरे और लंबी पूछताछ को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बताया। अमृतसर में बोलते हुए, बादल ने इन रणनीतियों को सत्य को दबाने का शर्मनाक प्रयास करार दिया।
पत्रकार सत्य को बनाए रखने के लिए उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं
बादल ने मनिंदरजीत सिंह (लोक आवाज), सुखविंदर सिंह सिद्धू (लोक नाद), मिंटू गुरुसरिया, संदीप लढुका (एबीसी पंजाब), जस ग्रेवाल (आरएमबी टेलीविजन), और गुरप्रीत सिंह (पंजाबी न्यूज कॉर्नर) जैसे पत्रकारों पर पुलिस उत्पीड़न की चिंताजनक खबरों को उजागर किया। उन्होंने दबाव के बावजूद उनके कार्य को जारी रखने की हिम्मत की सराहना की और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में उनकी भूमिका के लिए जनता से समर्थन की अपील की।
बादल ने मनिंदरजीत सिंह (लोक आवाज), सुखविंदर सिंह सिद्धू (लोक नाद), मिंटू गुरुसरिया, संदीप लढुका (एबीसी पंजाब), जस ग्रेवाल (आरएमबी टेलीविजन), और गुरप्रीत सिंह (पंजाबी न्यूज कॉर्नर) जैसे पत्रकारों पर पुलिस उत्पीड़न की चिंताजनक खबरों को उजागर किया। उन्होंने दबाव के बावजूद उनके कार्य को जारी रखने की हिम्मत की सराहना की और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में उनकी भूमिका के लिए जनता से समर्थन की अपील की।
सरकार को दमन के बजाय शासन को प्राथमिकता देनी चाहिए
बादल ने पंजाब सरकार से प्रेस को परेशान करने के बजाय बेरोजगारी और बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने का आग्रह किया। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी कार्रवाइयां जनता के अविश्वास को बढ़ाती हैं। बादल ने जोर दिया कि पत्रकारों को डराना सत्य को दबा नहीं सकता, बल्कि यह सरकार को जवाबदेह ठहराने के उनके संकल्प को मजबूत करता है।
बादल ने पंजाब सरकार से प्रेस को परेशान करने के बजाय बेरोजगारी और बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने का आग्रह किया। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी कार्रवाइयां जनता के अविश्वास को बढ़ाती हैं। बादल ने जोर दिया कि पत्रकारों को डराना सत्य को दबा नहीं सकता, बल्कि यह सरकार को जवाबदेह ठहराने के उनके संकल्प को मजबूत करता है।
पत्रकारों के साथ एकजुटता का आह्वान
बादल ने सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए खतरे का सामना कर रहे पत्रकारों के लिए अटूट समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने पंजाब के नागरिकों से इन सत्य-खोजियों के साथ खड़े होने की अपील की। बादल ने तर्क दिया कि प्रेस को निशाना बनाकर सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करती है और आप से पंजाब की चुनौतियों को हल करने के लिए प्रभावी शासन पर ध्यान देने का आग्रह किया।
बादल ने सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए खतरे का सामना कर रहे पत्रकारों के लिए अटूट समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने पंजाब के नागरिकों से इन सत्य-खोजियों के साथ खड़े होने की अपील की। बादल ने तर्क दिया कि प्रेस को निशाना बनाकर सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करती है और आप से पंजाब की चुनौतियों को हल करने के लिए प्रभावी शासन पर ध्यान देने का आग्रह किया।