संक्षेप खबर:
- पूर्व में रिपब्लिक टीवी और भारत 24 चैनल्स में काम कर चुकी है शाजिया निसार
- भारत 24 के मालिक जगदीश चंद्रा को कर रही थी ब्लैकमेल,₹34.50 लाख नकद बरामद
- ₹65 करोड़ की मांग, चैनल प्रबंधन ने तीन FIR दर्ज कराईं
- अमर उजाला डिजिटल का पत्रकार है आदर्श झा
नोएडा पुलिस ने पूर्व रिपब्लिक टीवी और भारत 24 की एंकर शाजिया निसार को गिरफ्तार किया है। उन पर भारत 24 के मालिक जगदीश चंद्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से ₹65 करोड़ की उगाही और ब्लैकमेल करने के गंभीर आरोप लगे हैं।
यह मामला तब उजागर हुआ जब चैनल प्रबंधन ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। शाजिया, जो रिपब्लिक टीवी के बाद भारत 24 में शामिल हुई थीं, ने कथित तौर पर चंद्रा और अन्य को झूठे यौन उत्पीड़न और रेप के मामलों में फंसाने की धमकी देकर रकम वसूलने की कोशिश की, शुरुआत में ₹5 करोड़ की मांग की गई थी, जो बाद में ₹65 करोड़ तक पहुंच गई।
जगदीश चंद्रा, जो भारत 24 के प्रबंध निदेशक और मुख्य संपादक भी हैं, ने नोएडा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने कहा कि शाजिया पिछले कई महीनों से उन्हें और सहकर्मियों को धमका रही थीं। उनका दावा है कि शाजिया ने वरिष्ठ अधिकारियों, जैसे संपादक सईद उमर, सलाहकार संपादक अनिता हाडा, और मानव संसाधन प्रमुख अनु श्रीधर को भी निशाना बनाया। चंद्रा के अनुसार, शाजिया ने पिछले एक साल में चेक के जरिए ₹2.26 करोड़ हासिल किए और अब ₹65 करोड़ की मांग कर रही थीं। उनके पास धमकियों और लेन-देन के ऑडियो-वीडियो सबूत भी हैं, जो अब पुलिस जांच का हिस्सा हैं।
शाजिया के आवास पर छापेमारी के दौरान पुलिस ने ₹34.50 लाख नकद, तीन मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, और एक स्कॉर्पियो वाहन बरामद किया। पूछताछ में शाजिया नकदी के स्रोत के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं, जिससे पुलिस को शक है कि यह राशि ब्लैकमेल से प्राप्त हुई हो सकती है। उनके सहयोगी आदर्श झा, जो अमर उजाला के डिजिटल विंग से जुड़े थे, को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया। दोनों को गौतम बुद्ध नगर की अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जो 21 जून 2025 तक प्रभावी रहेगी।
चैनल प्रबंधन ने बताया कि शाजिया का व्यवहार 2023 से 2025 के बीच और गंभीर हो गया था, जिसके कारण जगदीश चंद्रा, अनिता हाडा, और अनु श्रीधर द्वारा तीन अलग-अलग FIR दर्ज की गईं। अनिता हाडा ने शाजिया के उत्पीड़न के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अगर ऐसा होता, तो शाजिया शिकायत करतीं, और वे उनका समर्थन करतीं। शुरू में प्रबंधन ने चैनल की प्रतिष्ठा को नुकसान से बचाने के लिए पुलिस के बजाय रकम देने का विकल्प चुना। शाजिया को उनकी गिरफ्तारी से पहले भारत 24 ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया था, जो मामले की गंभीरता को दर्शाता है।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक बहस छेड़ दी है। कुछ लोग शाजिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे चैनल प्रबंधन की आंतरिक साजिश बता रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है, और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या इस ब्लैकमेल रैकेट में अन्य पत्रकार या प्रभावशाली लोग भी शामिल हैं। यह मामला न केवल शाजिया के करियर को प्रभावित करेगा, बल्कि पत्रकारिता की नैतिकता और विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाएगा, जो भारतीय मीडिया उद्योग के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है, क्योंकि जांच जारी है।